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तेरे दम से है शादमानी-मुहब्बत शायरी-Pyar Mohabbat Ki Shayari

मोहब्बत भरी शायरी-Mohabbat Wali Shayari

मोहब्बत भरी शायरी-mohabbat wali shayari

बेइंतहा मोहब्बत शायरी

ग़ज़ल

तेरे दम से है शादमानी मुहब्बत।
बुज़ुर्गों की है तू निशानी मुहब्बत।

ये सब है तेरी मेहरबानी मुहब्बत।
बनी दिल रुबा हर कहानी मुहब्बत।

अजल से रही है अबद तक रहेगी।
दिलों पर तेरी हुक्मरानी मुहब्बत।

क़सीदे सभी तुझ पे कहते रहेंगे।
न होगी तेरी तर्जुमानी मुहब्बत।

इश्क मोहब्बत की शायरी

मिटाने से दुनिया के न मिट सकेगी।
ये है ताज तेरी निशानी मुहब्बत।

ज़माने की हर शैय को देखा है हमने।
नहीं है कोई तेरा सानी मुहब्बत।

कभी उम्र तेरी तो ढलने न पाई।
रही तुझ पे हर दम जवानी मुहब्बत।

जफ़ा से, सितम से, न तेगो, तबर से।
कभी हार तूने न मानी मुहब्बत।

तेरे दुश्मनो को ज़माने में देखा।
रहे शर्म से पानी- पानी मुहब्बत।

तेरा रुतबा कोई घटाने न पाया।
रही है हमेशा तू रानी मुहब्बत।

सदा तुझको रहना है महफूज़ दिल में।
तुझी से है दिल की कहानी मुहब्बत।

तुझी से ये खामोश मंज़र हुए हैं।
तुझी से है शोला बयानी मुहब्बत।

चढ़ा रंग ग़ालिब के सर पर भी तेरा।
बनी मीर की तू कहानी मुहब्बत।

खिलाया है अकबर को सोदा को तूने।
न फिर भी हुई तू पुरानी मुहब्बत।

जिगर और मोमिन भी तुझसे हैं ज़िंदा।
हुई न किसी की भी फानी मुहब्बत।

फ़राज़ अब तो कुछ हमको करना पड़ेगा।
मुहब्बत से अब तक न मानी मुहब्बत।

सरफ़राज़ हुसैन फ़राज़ पीपलसाना मुरदाबाद उ.प.
उर्दू शब्दों के हिंदी अर्थ
शादमानी: खुशहाली
तबर: कुल्हाड़ी
महफूज़: हिफाज़त से
तर्जुमानी: अनुवाद
अजल: शुरू से
अबद: आख़ीर तक

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