ये दिल भी हमारा ऐ शाहे विलायत– मनकबत शाहे विलायत हिंदी में लिखी हुई
मनक़बत
ये दिल भी हमारा ऐ शाहे विलायत।
हुआ अब तुम्हारा ऐ शाहे विलायत।
सदा तुम को हम ने क़रींं अपने पाया।
कभी जब पुकारा ऐ शाहे विलायत।
शाह विलायत दरगाह मनकबत
मिरे दिल के हर गोशे गोशे पे देखो।
असर है तुम्हारा ऐ शाहे विलायत।
ख़ुदा के करम से मुक़द्दर को मेरे।
तुम्हीं ने संवारा ऐ शाहे विलायत।
दरगाह हज़रत मौलाना ज़ियाउद्दीन साहब
जहाँ पर बरसती है रह़मत ख़ुदा की।
वो दर है तुम्हारा ऐ शाहे विलायत।
विलायत की दस्तार जिस पर सजी है।
वो सर है तुम्हारा ऐ शाहे विलायत।
चले आयें दरबार में हम तुम्हारे।
अगर हो इशारा ऐ शाहे विलायत।
मनकबत हज़रत मौलाना ज़ियाउद्दीन साहब
मिली मुझको दौलत जो रब कीअ़ता से।
करम है तुम्हारा ऐ शाहे विलायत।
दुआ है फराज़ अब तो रब के करम से।
बने काम सारा ऐ शाहे विलायत।
दरगाह हज़रत मौलाना ज़ियाउद्दीन साहब फोटो डाउनलोड
सरफ़राज हुसैन फराज
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