देवघर झारखंड रोप वे हादसा Deoghar Jharkhand Ropeway Accident
देवघर झारखंड रोप वे हादसा पर कविता
देखो पल-पल मौत का आगोश समाया
खौंफ ही खौंफ बन गया है जैसे ये साया
देवघर जाके देवों का दरस करना थी मंशा
मंशा न हुई पूरी, हादसे ने यही समझाया।।
गरुड़ पर सवार हो देवदूत बन फ़ौजी आया
मौत के मुंह मे फसे लोगों को ढांढस बॅंधाया
खाना-पानी सांत्वना दे धीरज दे रहे सबको
मौत तो मौत हे, दो जनों को खुद मे समाया।।
झारखंड देवघर का हादसा रूह को हिलाया
दर्द ए मंज़र, चीख, पुकार हर ओर नज़र आया
कितनों को फ़ौजी देवता बन बचा रहा देखो
जान हथेली में रख फ़ौजी इंसानियत निभाया।।
खबरों में दिन भर हादसे से अवगत कराया
रेस्क्यू आपरेशन गरूड़ से सडको मिलाया
एक महिला, एक पुरुष खाई में गिर गयें
नसीब मे लिखे हादसे से भला कौन बच पाया।।
वीना आडवाणी तन्वी
नागपुर, महाराष्ट्र
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