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मद्यपान बंद घर-घर आनंद निबंध​ | शराबबंदी पर निबंध हिंदी में

मद्यपान बंद घर-घर आनंद निबंध​ | शराबबंदी पर निबंध हिंदी में

मद्यपान (शराब पीना) एक बहुत बुरा और घिनौना कार्य है। यह एक ऐसी सामाजिक बुराई है जिसकी हर तरफ निंदा होती है, यह न सिर्फ शराब पीने वाले व्यक्ति के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करती है बल्कि उसका पारिवारिक एवं सामाजिक जीवन भी खराब और नष्ट होता है। मद्यपान करना अर्थात मदिरापान करना एक व्यसन (नशा) माना जाता है, यह आदमी के स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक होता है। मद्यपान करने वाला आदमी अपने नशे की लत में इतनी बुरी तरह जकड़ जाता है कि उसे अपने परिवार की भी चिंता नहीं रहती। वह दिन रात इसी नशे की लत में डूबता चला जाता है। धीरे-धीरे उसकी हालत ऐसी हो जाती है कि उसे अच्छे बुरे का ज्ञान नहीं रहता। मद्यपान के कारण वह अपने पारिवारिक जिम्मेदारियों के प्रति उदासीन हो जाता है।

मद्यपान करने से व्यक्ति का दैनिक कार्य भी प्रभावित होता है फिर चाहे वह व्यापार कर रहा हो या नौकरी वह अपनी कार्यकुशलता के अनुसार अपना कार्य पूरा नहीं कर पाता। जैसे-जैसे वह नशे की लत में फंसता चला जाता है, उसके कार्य करने की क्षमता कम होती जाती है। नशे की लत के कारण एक दिन ऐसा आता है कि जब उसका व्यापार चौपट हो जाता है या उसे अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ता है। इस प्रकार के अनेक उदाहरण हैं जिनका व्यापार अच्छा खासा चल रहा था लेकिन नशे की लत के कारण धीरे-धीरे अपना सब कुछ खोना पड़ता है।

जिन व्यक्तियों को मद्यपान (शराब पीने) की लत लग जाती है वे अक्सर ही नशे की हालत में घर आते हैं और अपनी पत्नी एवं बच्चों से मारपीट करते हैं, जिससे उनके पारिवारिक जीवन में तनाव बना रहता है। ऐसे लोग अपनी सारी कमाई शराब खरीदने में उड़ा देते हैं और उनके पत्नी बच्चों को दर-दर भटकना पड़ता है।

मद्यपान व्यक्ति के स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक होता है। लगातार मद्यपान करने के कारण उसके फेफड़े, लीवर आदि भी खराब हो जाते हैं, उसके दिल पर इस का बुरा प्रभाव पड़ता है, उसे और भी कई बीमारियां लग जाती हैं। अगर समय रहते वह मद्यपान (शराब पीना) नहीं छोड़ता तो उसे अपनी जान से हाथ धोना पड़ता है। मद्यपान के कारण कितने ही परिवार बर्बाद हुए हैं।

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इन सब कारणों से कहा जाता है कि मद्यपान नामक इस सामाजिक बुराई पर नियंत्रण रखना नितांत आवश्यक है, ताकि मद्यपान मुक्त समाज एक आदर्श समाज का उदाहरण बन सके। इसीलिए तो कहते हैं कि मद्यपान बंद तो घर-घर आनंद।

जारी.......

यहाँ बहुत ही आसान भाषा में “मद्यपान बंद घर-घर आनंद (शराबबंदी)” पर छोटे तथा बड़े निबंध हिंदी में प्रस्तुत किए जाएंगे निबंध लेखन की यह श्रृंखला अभी जारी रहेगी अगले निबंध के लिए कल इसी पोस्ट को पुनः देखें!

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