संबंध तो सुदामा ओर श्री कृष्ण जैसा होना चाहिए
संबंध तो सुदामा और श्री कृष्ण जैसा होना चाहिए एक ने कुछ मांगा नही, दूसरे ने सब दे कर जताया नहीं ज़िन्दगी में कुछ दोस्ती नादानों से भी ज़रूर रखना क्योंकि ज़रुरत पड़ने पर समझदार लोग अक्सर व्यस्त रहते कभी कभी सर्वश्रेष्ठ तक पहुँचने के लिए आपको सबसे बुरे दौर से गुजरना पड़ता है।
धैर्य रखें। कभी हार ना मानना
धैर्य रखें। कभी हार ना मानना। आपका दिन आएगा मनुष्य के दिमाग में दो घोड़े दौड़ते हैं एक Negative दूसरा Positive जिसको ज्यादा खुराक दी जाए वही जीतता है।
आपकी नीयत चाहे कितनी भी अच्छी हो, ये दुनियां वाले आपके बाहर के दिखावे से आपको पहचानेंगे..
आपका दिखावा चाहे कितना ही अच्छा हो,, वो जो ऊपर वाला है न वो आपकी नीयत से आपको पहचानेगा..
आपको आपकी पहचान कहां स्ट्रांग बनानी है ये आप पर निर्भर करता है।
इंसान हमेशा तकलीफ में ही कुछ सीखता है। खुशी में तो वो पिछले सबक भी भूल जाता है। काम हमेशा वैसा कीजिए जिसे आपकी आत्मा करने की गवाही देती हो क्योंकि वह ईश्वर की आवाज है।
सरल स्वभाव वाले व्यक्तियों को कमजोर समझने की भूल नहीं करना चाहिए। सरलता उसके संस्कार हैं कमजोरी नहीं।
सबसे कठिन काम है सबको खुश रखना और सबसे आसान काम है सबको खुश रखना।
सही निर्णय लें, अपने जीवन को सही दिशा दें!
“जब आप सही निर्णय लेने में संकोच करते हैं, तो अपने मन को शांति में लाएँ और अपनी अंतरात्मा की आवाज़ सुनें। सही निर्णय वही है जो आपको खुशी, शांति और संतुलन की ओर ले जाए।”
स्मरण रखिए, सही निर्णय आपकी सफलता और संतुष्टि की कुंजी है। ✨
जिस व्यक्ति के आँख में लज्जा होती है, तो कितना भी बुरा काम करे, वह सुधर जाता है और जिसकी आँख का पानी उतर गया वह सुधर नहीं सकता और पाप कर्म करता चला जाएगा । इसी के साथ दया भाव, संयम और ब्रह्मचर्य तप की आराधना में हमेशा लीन रहेगा तो आत्म ओज़ को प्राप्त कर लेगा।
विश्वास किसी पर इतना करो कि वो तुम्हे छलते समय खुद को दोषी समझे और प्रेम किसी से इतना करो कि उसके मन में सदैव तुम्हें खोने का डर बना रहे। आप अपना व्यक्तित्व चरित्रवान, प्रभावशाली बनाइए ।
ताकत ना अब कलम में, खोले सबके राज
पैसा जिसकी जेब में, राजा है वह आज।।
माटी की हाँडी सदा, चूल्हे पर चढ़ जाय
बर्तन सी बजती नहीं, टूट भले ही जाय ।।
बेटी तो अनमोल है, बेटे का ना मोल
पास रहे तब सुख मिले, बुरा दूर का ढोल।।
जो माला के फेर में, गिन गिन समय बिताय
फसा फेर निन्यानवें, राम उसे गिनवाय ।।
कुलदीप शर्मा
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